Ahmedabad plane crash: ’11A’ सीट पर बैठा एकमात्र यात्री बचा, गृह मंत्री अमित शाह ने अस्पताल में की मुलाकात
गुरुवार को अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे में जहां सभी यात्रियों की जान चली गई, वहीं एक व्यक्ति चमत्कारिक रूप से मौत के मुंह से वापस लौटा।
बचने वाले इकलौते यात्री की पहचान विश्वास कुमार रमेश (39) के रूप में हुई है, जो ब्रिटिश नागरिक हैं और भारतीय मूल से ताल्लुक रखते हैं।
अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर ज्ञानेंद्र सिंह मलिक ने पुष्टि की कि यह यात्री विमान में सीट नंबर 11A पर बैठा था और वह इस भीषण हादसे में जीवित बच निकला।
गुजरात सरकार के अधिकारियों ने भी जानकारी दी कि अब तक सिर्फ एक ही यात्री के बचने की पुष्टि हुई है।
गृह मंत्री अमित शाह, जो हादसे के बाद अहमदाबाद पहुंचे, उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया,
“मैं अस्पताल में उस यात्री से मिलकर आ रहा हूं जो इस दुर्घटना में बच गया। यह राहत की खबर है कि एक जीवन सुरक्षित रहा।”
यह बचाव किसी चमत्कार से कम नहीं माना जा रहा, और अब सीट ’11A’ इस त्रासदी की सबसे आश्चर्यजनक कहानी बन गई है।
“30 सेकेंड बाद जोरदार धमाका हुआ और फिर प्लेन क्रैश कर गया… सब कुछ इतनी जल्दी हुआ कि समझ ही नहीं आया,” हादसे में चमत्कारिक रूप से बचने वाले विश्वास कुमार रमेश ने Hindustan Times को बताया।
“जब होश आया तो मैं जैसे-तैसे उठा और दौड़ने लगा। प्लेन के टुकड़े हर तरफ बिखरे थे। किसी ने मुझे पकड़कर एम्बुलेंस में डाला और अस्पताल ले आया।”

रिपोर्ट के अनुसार, विश्वास कुमार रमेश पिछले 20 साल से लंदन में रह रहे हैं, जहां उनकी पत्नी और बच्चा भी रहते हैं। वह कुछ दिनों के लिए भारत आए थे और अपने भाई अजय कुमार रमेश (45) के साथ वापस यूके लौट रहे थे।
“हम दीव घूमने गए थे। अजय मेरे साथ ही यात्रा कर रहे थे, लेकिन अब वो नहीं मिल रहे हैं,” उन्होंने बताया।
हादसे के बाद विश्वास को प्लेन से बाहर फेंक दिया गया था, और वे खुद मलबे से उठकर पास खड़ी एक एम्बुलेंस तक पहुंचे।
डॉ. धवल गेमेटी, जिन्होंने उनका इलाज किया, ने कहा,
“उन्हें पूरे शरीर पर कई चोटें आई थीं और वो मानसिक रूप से बहुत परेशान थे… लेकिन अब खतरे से बाहर हैं।”
एक अन्य मेडिकल स्टाफ के अनुसार, रमेश ने बताया कि जैसे ही विमान ने उड़ान भरी, वह अचानक नीचे आने लगा और फिर दो हिस्सों में टूट गया। एक ज़ोरदार धमाके से पहले ही वह बाहर फेंक दिए गए।
नयन कुमार रमेश ने Sky News को बताया कि हादसे के तुरंत बाद विश्वास ने अपने पिता को वीडियो कॉल कर कहा,
“पापा, प्लेन क्रैश हो गया है… मैं ज़िंदा हूं लेकिन भाई नहीं दिख रहे। मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं कैसे बच गया, कैसे बाहर आ गया।”
यह हादसा सिर्फ एक त्रासदी नहीं, बल्कि विश्वास के लिए एक जीवित चमत्कार बन गया है — एक ऐसी कहानी जिसे वो शायद जीवनभर भूल नहीं पाएंगे।