हाल के वर्षों में Dubai property market में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है, और इस उछाल में सबसे बड़ी हिस्सेदारी रही है Indian investors की। 2024 और 2025 के आंकड़ों के अनुसार, UAE में प्रॉपर्टी खरीदने वाले विदेशी नागरिकों में भारतीय सबसे आगे हैं। लेकिन सवाल यह है — क्या केवल cheap real estate इसकी वजह है?
भारत में जहां एक ओर मेट्रो शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान छू रही हैं, वहीं दूसरी ओर Dubai property market Indian buyers के लिए एक नया विकल्प बनकर उभरा है। खासतौर पर middle-class और upper-middle-class investors अब अपने ₹75 लाख से ₹1 करोड़ के बजट में भारत की जगह दुबई में घर खरीदने की सोच रहे हैं — वो भी बेहतर सुविधाओं और international lifestyle के साथ।
क्यों Indian Investors दुबई की ओर बढ़ रहे हैं?
- Cheap Real Estate in Dubai – जहां भारत के बड़े शहरों में ₹1 करोड़ में भी अच्छी लोकेशन पर छोटा घर मुश्किल से मिलता है, वहीं दुबई में उसी बजट में आप पा सकते हैं modern amenities वाला 1 या 2 BHK फ्लैट।
- High Rental Yield – दुबई में Rental Yield लगभग 6% से 8% तक होती है, जबकि भारत में ये केवल 2% से 3% तक ही सीमित है।
- Zero Property Tax – भारत की तुलना में टैक्सेशन से राहत दुबई को अधिक आकर्षक बनाती है।
- Residency Visa with Investment – अगर आप एक तय रकम की प्रॉपर्टी खरीदते हैं, तो आपको दुबई का रेजिडेंसी वीजा मिल सकता है।
- Stable Regulation & Safe Environment – भारत के रियल एस्टेट सेक्टर में जहां legal complications और project delays आम हैं, वहीं दुबई का सिस्टम ज्यादा पारदर्शी और फास्ट है।

सबसे पहले एक मिथक तोड़ना जरूरी है — Dubai Real Estate सस्ता नहीं है।
ANAROCK MENA के मैनेजिंग डायरेक्टर Morgan Owen के मुताबिक, दुबई में प्रॉपर्टी का एवरेज रेट AED 1,600 प्रति वर्ग फुट (लगभग ₹37,500) है। ये कीमतें मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु के premium micro-markets जितनी ही हैं। यानी, यह कोई “rock-bottom pricing” मार्केट नहीं है।
फिर Indian Buyers क्यों खिंचे चले आ रहे हैं?
असल बात सिर्फ कीमत की नहीं, value और simplicity की है।
Dubai Investment क्यों Middle-Class Indians को लुभा रहा है?
अब सिर्फ अरबपति ही नहीं, बल्कि पुणे से मिडल-क्लास फैमिलीज़, सूरत के व्यापारी और बेंगलुरु के टेक प्रोफेशनल्स भी दुबई की ओर रुख कर रहे हैं। और वजह सिर्फ skyline या luxury lifestyle नहीं है — असली आकर्षण है credibility, process transparency, और long-term benefits।
The Golden Visa Advantage
Dubai में AED 2 million से ऊपर की प्रॉपर्टी खरीदने पर आपको Golden Visa मिल सकता है — यानी 10 साल का रेजिडेंसी स्टेटस, बिना citizenship की भागदौड़ के।
Sajan, एक इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंट कहते हैं,
“Golden Visa has changed the game — it’s not just investment, it’s about global mobility.”
क्या इसे “सस्ता” कहा जा सकता है?
नहीं। लेकिन फिर भी Indian buyers इसे ज़्यादा rewarding मानते हैं —
- क्योंकि वहाँ कोई hidden stamp duty या complex paperwork नहीं होता।
- क्योंकि वहाँ की currency stable है और rental income पर कोई टैक्स नहीं है।
- और सबसे अहम बात – transactions fast, clean और predictable होते हैं।
Diversification with Credibility
Tier-2 और Tier-3 शहरों से आने वाले बहुत से Indians, जो या तो भारत में overpriced प्रॉपर्टी से थक चुके हैं या गलत डील्स का शिकार हो चुके हैं, अब दुबई को एक clean slate की तरह देख रहे हैं। यहाँ उन्हें मिलता है:
- तेज़ प्रोसेसिंग
- international exposure
- और investment के साथ residency security भी।
निष्कर्ष:
Dubai property boom among Indians अब सिर्फ एक ट्रेंड नहीं बल्कि एक सोच में बदलाव है। लोग न सिर्फ निवेश, बल्कि एक secure और sustainable lifestyle की तलाश में दुबई की ओर रुख कर रहे हैं।